क़दर नहीं जिस देश में इंसान की जान की,
मंत्री बने बैठे जिन्हें आती नहीं बात कोई ज्ञान की,
ना जाने कैसे ये देश चल रहा अब तक,
जब सरकार बिना पैसे के ना चले,
जनता...
more... लालच में डूबकर ख़ुद की क़ब्र रोज़ खोदे,
सूरज भी थोड़ी रहम कर देता सर्दी-बरसात में,
पर ये सरकार है जनाब....
"शैतान का क़हर" भी ना लगे कुछ इसके सामने...